"संपदा-2.0" पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ: ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में डिजिटल क्रांति

 


10 अक्टूबर 2024: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गुरुवार को कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में ई-रजिस्ट्री और ई-पंजीयन के लिए विकसित नवीन प्रणाली "संपदा-2.0" पोर्टल और मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया। इस नई प्रणाली को ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन में एक डिजिटल क्रांति का माइलस्टोन बताया जा रहा है।

डिजिटल इंडिया मिशन का महत्वपूर्ण कदम:
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया डिजिटल इंडिया मिशन अब एक कल्पवृक्ष की तरह आमजन की हर जरूरत को पूरा कर रहा है। जीरो बैलेंस खाते, ऑनलाइन ट्रांजेक्शन और ई-रजिस्ट्री जैसे नवाचारों ने सभी के जीवन को सरल और सुगम बनाया है। "संपदा-2.0" का नवाचार भी इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश में ऑनलाइन दस्तावेज पंजीयन की क्रांति लाएगा।

घर बैठे मिलेगा लाभ:
इस नई प्रणाली के तहत अब लोगों को दस्तावेज पंजीयन और अन्य कार्यों के लिए कार्यालय आने की जरूरत नहीं होगी। पोर्टल और ऐप के माध्यम से सभी लोग घर बैठे ही इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए आवेदक को प्राप्त होगी।

नवीनतम तकनीक का उपयोग:
"संपदा-2.0" उन्नत तकनीक पर आधारित सॉफ्टवेयर है, जो राजस्व, वित्त, नगरीय प्रशासन, जीएसटी और आधार से इंटीग्रेटेड है। इससे जमीन की कलेक्टर गाइडलाइन दर ऐप के माध्यम से आसानी से ज्ञात की जा सकेगी। संपत्ति की जीआईएस मैपिंग और बायोमैट्रिक पहचान के साथ दस्तावेजों की फॉर्मेटिंग भी इस प्रणाली के तहत होगी।

जीआईएस और आईटी के नए प्रोजेक्ट:
मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश को दो महत्वपूर्ण कार्य सौंपे हैं, जिनमें 120 शहरों के जीआईएस कार्य और जीआईएस लैब की स्थापना शामिल है। यह कदम प्रदेश के लिए लाभकारी होगा और मध्यप्रदेश आईटी के क्षेत्र में और अधिक उन्नति करेगा।

ईज ऑफ लिविंग और करप्शन-फ्री पंजीयन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इस नई प्रणाली को ईज ऑफ लिविंग और भ्रष्टाचार मुक्त पंजीयन की दिशा में लागू किया जा रहा है। इससे पंजीयन प्रक्रिया सरल, सुगम और पारदर्शी बनेगी। लोग घर बैठे ही अपनी संपत्तियों की रजिस्ट्री करा सकेंगे, चाहे वे देश में हों या विदेश में।

वर्चुअल संवाद और उपयोगकर्ताओं के अनुभव:
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर "संपदा-2.0" के माध्यम से पंजीयन करवाने वाले नागरिकों से वर्चुअल संवाद भी किया। हाँगकांग से सुरेन्द्र सिंह चक्रावत और दिल्ली से डॉ. शक्ति मलिक ने अपने अनुभव साझा किए और इस नई प्रणाली की सराहना की।

मध्यप्रदेश बना डिजिटल प्रक्रिया में अग्रणी:
उप मुख्यमंत्री श्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि मध्यप्रदेश देश में रजिस्ट्री पंजीयन की डिजिटल प्रक्रिया में अग्रणी राज्य बन चुका है। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 4 जिलों में सफलतापूर्वक संचालन के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।

उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान:
कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री ने पंजीयन विभाग में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। "संपदा-2.0" पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया, और मुख्यमंत्री को वाणिज्यिक कर विभाग की ओर से भगवान श्रीकृष्ण का चित्र स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट किया गया।

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