कर्मयोगी 'मोहन' बेटे की शादी से पहले निभा रहे हैं मध्यप्रदेश के सच्चे सेवक का कर्तव्य


जनसेवा का ऐसा जुनू
न बहुत कम देखना मिलता है जैसा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव में है। उनके बेटे वैभव यादव की शादी 24 फरवरी को है जिसके विधिवत रीति-रिवाज भी आज से शुरू हो गए हैं लेकिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 24 घंटे मोदी जी की गारंटी को जमीन पर उतारने और प्रदेश की जनता से किया हर वादे निभाने में जुटे हुए हैं। क्या आम दिन और क्या खास दिन..मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी संभालने के बाद से ही वो लगातार प्रदेश तरक्की और उन्नति के लिए बिना रूके कार्य कर रहे हैं। आज भी जहां उनका पूरा परिवार राजस्थान के पुष्कर में चल रही बेटे की शादी की रस्मों में शामिल है वहीं मुख्यमंत्री प्रदेश की जनता को अपना परिवार मानकर जिम्मेदारी निभाने में जुटे हुए हैं। आज जहां उनका पूरा परिवार पुष्कर में मौजूद है वहीं मुख्यमंत्री सुबह से ही प्रदेश के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने में जुटे हुए हैं। प्रदेश के विकास के लिए अपने सभी कार्यक्रमों को जारी रखते हुए एक कुशल जनसेवक के नाते  उन्होनें मिसाल पेश की है।  


प्रदेश ही परिवार 

एक जनसेवक होने के नाते पूरा प्रदेश ही डॉ. मोहन यादव के लिए उनका अपना परिवार है इसलिए आज पहले उन्होंने सुबह 11 बजे उज्जैन में 1 मार्च से आयोजित होने वाले विक्रमोत्सव 2024 के प्रस्तावित कार्यक्रमों की तैयारियों पर एक समीक्षा बैठक उज्जैन में  की जिसमें रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव, वीर भारत संग्रहालय, विक्रमोत्सव सांस्कृतिक पर्व की तैयारियों पर गहनता के साथ चर्चा हुई और उसके तुरंत बाद नीमच में आयोजित कार्यक्रम में जनता को विकास की विभिन्न सौगातें देने पहुंच गए। नीमच में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने 750 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों की सौगात नीमच की जनता को दी साथ ही जन आभार यात्रा में सम्मिलित होकर जनता के अपार प्रेम और स्नेह को स्वीकार भीकिया। 


सीएम ने जीता जनता का दिल

सीएम डॉ. मोहन यादव  की पहली प्राथमिकता जनता ही रही है इसलिए जनता भी अपने सीएम पर स्नेह और प्यार को बौछार करती है। डॉ. मोहन यादव का यही सरल, सहज और जनता के प्रति समर्पण भाव उन्हें सबसे अलग बनाता है, उनके हृदय में जनता की सेवा की जो भावना है वह इससे स्पष्ट पता चलती है कि उनकी प्राथमिकता पर पहले प्रदेश और प्रदेश की जनता है उसके बाद उनका व्यक्तिगत जीवन। 


पीएम 'मोदी की गारंटी ' को धरातल पर उतारने का भी जूनून 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी चुनाव जीतने के लिए नहीं है। 'मोदी की गारंटी' समाज के हर तबके  के विकास से  जुड़ी  हुई  है जिसके लिए पीएम मोदी दिन रात एक किये हुए हैं।  प्रदेश की 8.5 करोड़ जनता मुख्यमंत्री  डॉ.मोहन यादव के लिए भी  एक परिवार है।  मोदी की गारंटियों को पूरा करने का जूनून लिए सूबे के मुखिया डॉ.मोहन  यादव भी बेटे की शादी की खुशियों में शामिल होने के बजाए  विकास और जनकल्याण का मिशन लेकर  पीएम मोदी की हर गारंटी को धरातल पर उतारने के लिए सक्रियता के साथ काम करते देखे जा रहे हैं।  

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस कर्म-निष्ठा और कर्तव्यपरायणता ने एक बार फिर साबित किया है कि डॉ. मोहन यादव आखिर क्यों लीक से अलग हटकर चलते हैं?  डॉ. मोहन यादव ने  पीएम मोदी की  गारंटी को पूरा करने के लिए  हर दिन काम करने की जिद, जूनून और संकल्पशक्ति के बल पर प्रदेश के विकास के लिए दिन रात परिश्रम कर रहे हैं। अपनी बेहतर कार्यक्षमता और कार्यकुशलता के चलते उन्होंने बहुत कम समय में प्रदेश की जनता का दिल जीत लिया है।


विक्रमादित्य के पगचिन्हों पर चलते मोहन 

विक्रमादित्य उज्जैन के राजा थे, जो अपने ज्ञान, वीरता और उदारशीलता के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते थे। वह बहुत ही दयालु, उदार और कर्तव्यनिष्ठ शासक  थे , जो हर समय अपनी जनता के कल्याण के बारे में  सोचते थे।  मध्यप्रदेश के मुखिया डॉ. मोहन यादव भी उसी दिशा में अपने कदम बढ़ा रहे हैं  जहाँ साढ़े आठ करोड़ की जनता ही उनका परिवार है। मुख्यमंत्री बनने के बाद भी सूबे के मुखिया डॉ. मोहन यादव सीएम के आभामंडल से दूर रहे हैं। सीएम बनने के बाद वह जनता से दूर नहीं हुए हैं बल्कि अब प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ की जनता की भलाई की जिम्मेदारी को निभाते हुए वह जनता से मिलकर उनकी समस्याएं भी सुनते हैं। उन्होंने आज उज्जैन में स्मार्ट सिटी सेंटर से सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से शिकायतकर्ताओं से सीधे बात की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। 

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